छात्रों की खबर: अब पोस्ट ग्रेजुएशन एक साल का होगा, किसी भी विषय में एडमिशन

छात्रों की खबर: अब पोस्ट ग्रेजुएशन एक साल का होगा, किसी भी विषय में एडमिशन:-हेल्लो दोस्तों आजकल स्नातक के बाद परास्नातक की डिग्री लेना आम बात हो गई हैं ऐसे में हर कोई परास्नातक की डिग्री लेना चाहता हैं लेकिन जब परास्नातक करने की उम्र होती हैं वही समय सरिअर बनाने का भी होता हैं और परास्नातक का पाठ्यक्रम दो वर्ष का होने के कारण कुछ क्षात्र क्षात्राये अपने पाँव पीछे ले लेते हैं ऐसे में बहुतसे विश्वविद्यालयो ने परास्नातक का पाठ्यक्रम एक वर्ष का कर दिया हैं जिससे जो भी क्षात्र क्षात्राये परास्नातक की डिग्री करना चाहते हैं समय आभाव के कारण अपनी डिग्री को रोकना ना पड़े यदि आपकि भी रूचि हैं तो आइये जानते हैं की कौन कौनसी यूनिवर्सिटी हैं जो एक वर्ष में परास्नातक की डिग्री कराती हैं आइये जानते हैं हैं और अपना एक वर्ष का अमूल्य समय बचाते हैं

पोस्ट ग्रेजुएशन की डिग्री एक वर्ष में कब से और कहाँ से क्या हैं योग्यता

3 दिसम्बर आईएएनएस ने देशभर के सैकड़ों विश्वविद्यालय में परास्नातक पाठ्यक्रम केवल 1 वर्ष में पूरा किया जा सकेगा 1 वर्षीय परास्नातक प्रोग्राम अगले वर्ष 2024 से लागू होने जा रहा है इस नए प्रोग्राम का फायदा चार वर्षीय अंडरग्रेजुएट प्रोग्राम यानि एफवाईयूपी करने वाले छात्रों को मिलेगा विश्वविद्यालय अनुदान आयोग यानी यूजीसी ने परास्नातक पाठ्यक्रम में यह महत्वपूर्ण बदलाव किया है यूजीसी का कहना है कि 1 साल का परास्नातक तभी संभव है जब किसी छात्र ने चार साल की स्नातक की हो यह स्नातक ऑनर्स में रिसर्च के साथ होनी चाहिए हालांकि यह कोई आवश्यक नियम नहीं है छात्र पहले की ही तरह 2 वर्षीय परास्नातक पाठ्यक्रम में भी दाखिला ले सकते हैं यूजीसी के मतानुसार अब छात्रों के पास एक या दो वर्षीय परास्नातक करने का विकल्प होगा हालांकि यह विकल्प केवल एफवाईयूपी करने वाले स्टूडेंटस को ही मिलेगा ऐसे छात्र जिन्होंने तीन साल की सामान्य स्नातक की डिग्री हासिल की है या कर रहे हैं वे एक वर्षीय परास्नातक के लिए आवेदन नहीं कर सकेंगे 3 साल की स्नातक करने वाले छात्रों को पूर्व की भांति दो साल की परास्नातक करनी होगी

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कौन कौनसे विश्वविद्यालयकरा रहे हैं एक वर्ष की डिग्री क्या रहेगी इसकी मान्यता और क्या हैं नियम

यूजीसी के मतानुसार छात्रों को 4 वर्षीय स्नातक पाठ्यक्रम में रिसर्च स्पेशलाइजेशन के साथ यूजी ऑनर्स की डिग्री मिलेगी फिलहाल देश भर की करीब 150 विश्वविद्यालय में एफवाईयूपी लागू है 2024 में आने वाले अगले सत्र में 300 से अधिक विश्वविद्यालय एफवाईयूपी ऑफर करने जा रही हैं परास्नातक पाठ्यक्रमों में यह बदलाव नई शिक्षा नीति 2020 के तहत किया गया है यूजीसी ने नए परास्नातक कोर्स के लिए नया ड्राफ्ट व क्रेडिट फ्रेमवर्क जारी कर दिया है इसकी सुरुआत 105 विश्वविद्यालयो से हुए थी जो अब 150 तक पहुँच गई हैं जिसमे देश के सभी प्रमुख विश्विद्यालय सम्लित हैं यूजीसी के मुताबिक छात्र 120 क्रेडिट पूरा होने पर तीन वर्षीय स्नातक डिग्री और चार वर्ष में 160 क्रेडिट पूरा करने करने पर एफवाईयूपी ऑनर्स डिग्री हासिल कर सकेंगे

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