अगर लोन नहीं चुका पाएं तो क्या होगा जानें क्या कहता है आरबीआई का नियम

अगर लोन नहीं चुका पाएं तो क्या होगा जानें क्या कहता है आरबीआई का नियम:-हेल्लो दोस्तों आजकल लोग अपनी आवश्यकताओ को पूरा करने के लिए लोन लेते हैं बल्कि कहना चाहिए कि आदिकाल से यह चलता आ रहा हैं पहले लोग धना सेठो से लोन लेते थे जो सूद पर लोन देते थे अब भी कुछ लोग नीजि लोगो से लोन लेते ही हैं परन्तु वह लोन बहुत महंगा पडता हैं इसलिए बेंको से लोन लेने का प्रचलन बढ़ गया हैं लोग अपनी जरुरत के हिसाब से लोन लेते हैं जैसे कोई कार लोन तो कोई हॉउस लोन तो कोई पर्सनल लोन लेते हैं कहने की बात यह हैं कि लोन कोई भी हो बैंक लोन से पहले बहुत सी फोर्मेलिती कराती हैं जिसमे कई नियम व शर्ते होती हैं सभी लोग इतने पढ़े लिखे नहीं होते कि उन शर्तो को पढ़ और समझ सके फिर भी आप लोगो को लोन लेने से पहले आरबीआई द्वारा जारी कुछ दिशा निर्देश जान लेने चाहिए ताकि बाद में किसी परेशानी में न पड़े आइये जानते हैं क्या कहता हैं आरबीआई

क्या कहते हैं आरबीआई के नियम

आपको बता दे की ‘क्रेडिट इंफोर्मेशन ब्यूरो इंडिया लिमिटेड’सिबिल लोगों के लोन या क्रेडिट कार्ड के खर्चों की आदतों का निरिक्षण करने का काम करता है एक रिपोर्ट में या मालूम हुआ है कि लोगों में अनसेफ लोन लेने की आदत बढ़ती ही जा रही है जिसमे से प्रमुख हैं क्रेडिट कार्ड से लोन मान लीजिये कि आपने 10 लाख रुपये का लोन लिया हैं लेकिन आप उसे किसी कारण से चुका नहीं पाए या चुकाने में असमर्थ है तो आप आरबीआई के दिशा निर्देश के अनुसार लोन को रिफाइनेश करवा सकते हैं इससे आपको 5 लाख रुपये उसी वक्त देने पड़ेंगे और बाकी बचे 5 लाख रुपये चुकाने के लिए लंबी अवधि का समय मिल जायेगा जिससे आप इसे धीरे धीरे चुका सकते हैं इससे आप पर ईएमआई का भर भी कम हो जाएगा

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लोन रिफाइनेश कराने के फायदा

फायदे की बात करे तो लोन को रिफाइनेश करवाना लोगों के लिए एक बेहतर विकल्प होता है क्योकि यह उनके ऊपर लगे लोन डिफ़ॉल्टर के दाग को हटाने में उनकी मदद करता है आपको बता दे कि जब कोई व्यक्ति लोन डिफ़ॉल्टर हो जाता है तो उसकी क्रेडिट हिस्ट्री बुरी तरह से खराब हो जाती हैं इससे सिबिल स्कोर भी ख़राब हो जाता है जिसके कारण भविष्य में लोन लेने के लिए रास्ते बंद हो जाते है कोई भी बैंक लोन देने से पहले एक बार आपके सिबिल स्कोर की जांच परख आवश्यक रूप से करता है

अगर आपका स्कोर उसके द्वारा तय मानक के हिसाब से होता है तबही वह लोन अप्रुव होता है नहीं तो लोन की रकम रद्द कर दी जाती है तो अब आप जन ही गए होंगे की किस प्रकार से डिफ़ॉल्टर होने से बचा जा सकता हैं और अपना सिबिल स्कोर को बेहतर बना कर रख सकते हैं ताकि जब भी आप को कभी लोन की आवश्यकता हो तो आपको लोन लेने में कोई परेशानी ना हो इसलिए आरबीआई खुद कहती हैं की जानकर बनो सुरक्षित रहो

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